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Friday, 17 June 2016

औद्योगिक नीति प्रस्ताव 1956


  • अर्थव्यस्था में सार्वजनिक क्षेत्रक को महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान की गयी। 
  • कुछ उद्योगों की एक श्रेणी बनाकर उन्हें राज्यों की सरकारों को प्रदान कर उन्हें इसकी जिम्मेदारी दी गयी ताकि राज्य उन्हें धीरे-धीरे निजी क्षेत्रक से अपने नियंत्रण में ले सके।
  • सरकारी उद्मो के साथ-साथ निजी क्षेत्रक के विकाश की भी व्यवस्था की गयी।
  • अर्थव्यवस्था के नीतिगत ढांचे में उदारता लेन का प्रयास किया गया।
© सूरज पटेल

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